भोपाल. मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी (MPCC) ने आज सिंधिया (SCINDIA) के दबदबे वाली जिला इकाइयों को भंग कर दिया. पीसीसी (PCC) की तरफ से जारी निर्देशों के तहत जिन जिलों में नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति हुई है वहां स्थानीय स्तर पर पार्टी नेताओं के मशवरे के बाद अब नये सिरे से जिला इकाइयों का गठन किया जाएगा.
यह वह जिले हैं जहां पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी और समर्थक का दबदबा हुआ करता था. ज्योतिरादित्य सिंधिया के पाला बदलकर बीजेपी में जाने के बाद जिला इकाई के कई पदाधिकारी भगवा गमछा ओढ़ चुके हैं. ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने पहले उन जिलों में नये जिलाध्यक्ष नियुक्त किए और अब जिला इकाइयों को भंग करने के निर्देश जारी कर दिए. पीसीसी के जारी निर्देशों के तहत अब गुना ग्रामीण, गुना शहर, श्योपुर, शिवपुरी, विदिशा और अशोकनगर जिले में नई इकाइयों का गठन होगा. यह वह जिले हैं जहां पर आगामी विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस का आमना-सामना होना है.
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अब कांग्रेस की कोशिश है कि जिन जिलों में कभी सिंधिया का दबदबा हुआ करता था वहां नए सिरे से जिला इकाइयों का गठन कर नई टीम को खड़ा किया जाए. इस संबंध में पीसीसी चीफ कमलनाथ लगातार जिला स्तर पर पार्टी नेताओं से संपर्क कर रहे हैं. पार्टी ने नई इकाइयों का गठन कर नये लोगों को मौका देने की तैयारी कर ली है.इन्हीं के सहारे कांग्रेस पार्टी उपचुनाव में उतरेगी
सिंधिया के इलाके में एंट्री:-
गुना-शिवपुरी-श्योपुर-विदिशा-अशोकनगर जैसे जिलों में कांग्रेस पार्टी का मतलब सिंधिया पार्टी माना जाता है. सिंधिया के गढ़ में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और दूसरे नेताओं की नो एंट्री थी. अब सिंधिया के पाला बदलने के बाद पार्टी के दूसरे नेताओं ने यहां पर एंट्री की तैयारी कर ली है. ताकि उपचुनाव में बीजेपी को टक्कर दी जा सके. उपचुनाव में इन जिला इकाइयों का अहम रोल होगा. जिला इकाइयों में कितने सदस्य होंगे इसको लेकर पार्टी ने अभी संख्या तय नहीं की है. उपचुनाव को देखते हुए पार्टी जिला इकाइयों में पहले से ज्यादा पदाधिकारियों को नियुक्ति देने के मूड में है.